Thursday, July 12, 2012

'दो बैलों की कथा' का नाट्य रूपांतरण

कहानी का नाम- दो बैलों की कथा
मूल लेखक- प्रेमचंद
रूपांतरणकर्ता- सबिता कुमारी ( कक्षा नौवीं), 
केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश
मार्गदर्शक- श्री दीपक कुमार (पी०जी०टी० हिन्दी )
केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश

पात्र परिचय-
झूरी - एक किसान
झूरी की पत्नी
हीरा और मोती- झूरी के बैल
गया- झूरी का साला
एक छोटी लड़की
एक साँड
दढ़ियल आदमी
कांजीहौस का चौकीदार
कांजीहौस के जानवर- गधा, भैंस, बकरी, घोड़ियाँ आदि
झूरी के गाँव के बच्चे
गया के गाँव के कुछ आदमी 

प्रारंभ

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